Sri Shani Bhagwan Stotra In Sanskrit – Shani Stotram

Read the following Stotra of Shani Bhagwan 11 times or read the Dashrath Krit Shani Stotra.

॥ Shani Bhagwan Stotra Hindi Lyrics ॥

कोणरथः पिंगलो बभ्रुः कृष्णो रौद्रोन्तको यमः
सौरिः शनिश्चरो मन्दः पिप्पलादेन संस्तुतः॥

तानि शनि-नमानि जपेदश्वत्थसत्रियौ।
शनैश्चरकृता पीडा न कदाचिद् भविष्यति॥

साढ़साती पीड़ानाशक स्तोत्र – पिप्पलाद उवाच –

नमस्ते कोणसंस्थय पिड्.गलाय नमोस्तुते।
नमस्ते बभ्रुरूपाय कृष्णाय च नमोस्तु ते॥

नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते चान्तकाय च।
नमस्ते यमसंज्ञाय नमस्ते सौरये विभो॥

नमस्ते यंमदसंज्ञाय शनैश्वर नमोस्तुते॥
प्रसादं कुरु देवेश दीनस्य प्रणतस्य च॥

– Chant Stotra in Other Languages –

Shani Bhagwan Aarti in Sanskrit
Shani Bhagwan Aarti in English
Sri Shani Bhagwan Stotra in Sanskrit
Sri Shani Bhagwan Stotra in English
Shani Dev Mantras in Sanskrit and English

See Also  Navagraha Peedahara Stotram In Tamil