मात्रुभूतॆश्वर स्तुतिः
मातृ भूतॆश्वरॊ दॆवॊ भक्तानाम इष्ट दायक ।
सुगन्ध कुन्तळा नाथ सुख प्रसवमृच्चन्तुः ॥
हॆ शङ्कर स्मरहर प्रमथाधिनाथ
मन्नाथ साम्ब शशिचूड हर त्रिशूलिन ।
शम्बॊ सुख प्रसवकृत भवमॆ दयाळॊ
श्री मातृभूत शिव पालयमाम नमस्तॆ ॥
मात्रुभूतॆश्वर स्तुतिः
मातृ भूतॆश्वरॊ दॆवॊ भक्तानाम इष्ट दायक ।
सुगन्ध कुन्तळा नाथ सुख प्रसवमृच्चन्तुः ॥
हॆ शङ्कर स्मरहर प्रमथाधिनाथ
मन्नाथ साम्ब शशिचूड हर त्रिशूलिन ।
शम्बॊ सुख प्रसवकृत भवमॆ दयाळॊ
श्री मातृभूत शिव पालयमाम नमस्तॆ ॥