1000 Names Of Sri Hanumat In Telugu

॥ Hanuman Sahasranama Stotram Telugu Lyrics ॥ ॥ హనుమత్సహస్రనామస్తోత్రమ్ ॥రుద్రయామలతః కైలాసశిఖరే రమ్యే దేవదేవం మహేశ్వరమ్ ।ధ్యానోపరతమాసీనం నన్దిభృఙ్గిగణైర్వృతమ్ ॥ ౧ ॥ ధ్యానాన్తే చ ప్రసన్నాస్యమేకాన్తే సముపస్థితమ్ ।దృష్ట్వా శమ్భుం తదా దేవీ పప్రచ్ఛ కమలాననా ॥ ౨ ॥ దేవ్యువాచశృణు దేవ ప్రవక్ష్యామి సంశయోఽస్తి మహాన్మమ ।రుద్రైకాదశమాఖ్యాతం పురాహం న చ వేద్మి తమ్ ॥ ౩ ॥ కథయస్వ మహాప్రాజ్ఞ సర్వతో నిర్ణయం శుభమ్ ।సమారాధయతో లోకే భుక్తిముక్తిఫలం భవేత్ … Read more

1000 Names Of Sri Hanumat In Malayalam

॥ Hanuman Sahasranama Stotram Malayalam Lyrics ॥ ॥ ഹനുമത്സഹസ്രനാമസ്തോത്രം ॥രുദ്രയാമലതഃ കൈലാസശിഖരേ രംയേ ദേവദേവം മഹേശ്വരം ।ധ്യാനോപരതമാസീനം നന്ദിഭൃങ്ഗിഗണൈര്‍വൃതം ॥ 1 ॥ ധ്യാനാന്തേ ച പ്രസന്നാസ്യമേകാന്തേ സമുപസ്ഥിതം ।ദൃഷ്ട്വാ ശംഭും തദാ ദേവീ പപ്രച്ഛ കമലാനനാ ॥ 2 ॥ ദേവ്യുവാചശൃണു ദേവ പ്രവക്ഷ്യാമി സംശയോഽസ്തി മഹാന്‍മമ ।രുദ്രൈകാദശമാഖ്യാതം പുരാഹം ന ച വേദ്മി തം ॥ 3 ॥ കഥയസ്വ മഹാപ്രാജ്ഞ സര്‍വതോ നിര്‍ണയം ശുഭം ।സമാരാധയതോ ലോകേ ഭുക്തിമുക്തിഫലം ഭവേത് … Read more

1000 Names Of Sri Hanumat In Tamil

॥ Hanuman Sahasranama Stotram Tamil Lyrics ॥ ॥ ஹநுமத்ஸஹஸ்ரநாமஸ்தோத்ரம் ॥ருத்³ரயாமலத: கைலாஸஶிக²ரே ரம்யே தே³வதே³வம் மஹேஶ்வரம் ।த்⁴யாநோபரதமாஸீநம் நந்தி³ப்⁴ருʼங்கி³க³ணைர்வ்ருʼதம் ॥ 1 ॥ த்⁴யாநாந்தே ச ப்ரஸந்நாஸ்யமேகாந்தே ஸமுபஸ்தி²தம் ।த்³ருʼஷ்ட்வா ஶம்பு⁴ம் ததா³ தே³வீ பப்ரச்ச² கமலாநநா ॥ 2 ॥ தே³வ்யுவாசஶ்ருʼணு தே³வ ப்ரவக்ஷ்யாமி ஸம்ஶயோঽஸ்தி மஹாந்மம ।ருத்³ரைகாத³ஶமாக்²யாதம் புராஹம் ந ச வேத்³மி தம் ॥ 3 ॥ கத²யஸ்வ மஹாப்ராஜ்ஞ ஸர்வதோ நிர்ணயம் ஶுப⁴ம் ।ஸமாராத⁴யதோ லோகே பு⁴க்திமுக்திப²லம் ப⁴வேத் … Read more

Sri Hanuman Bahuk In Sanskrit Page 2

राम को सनेह, राम साहस लखन सिय, राम की भगति, सोच संकट निवारिये ।मुद-मरकट रोग-बारिनिधि हेरि हारे, जीव-जामवंत को भरोसो तेरो भारिये ॥कूदिये कृपाल तुलसी सुप्रेम-पब्बयतें, सुथल सुबेल भालू बैठि कै बिचारिये ।महाबीर बाँकुरे बराकी बाँह-पीर क्यों न, लंकिनी ज्यों लात-घात ही मरोरि मारिये ॥ २३ ॥ भावार्थ:– मुझमें रामचन्द्रजी के प्रति स्नेह, रामचन्द्रजी की … Read more

Sri Hanuman Bahuk In Sanskrit Page 1

श्रीगणेशाय नमः श्रीजानकीवल्लभो विजयते श्रीमद्-गोस्वामी-तुलसीदास-कृतहनुमान बाहुक (हिन्दी भावार्थ सहित)गुरु वंदनाछप्पय:सिंधु-तरन, सिय-सोच-हरन, रबि-बाल-बरन तनु ।भुजबिसाल, मूरतिकरालकालहुकोकालजनु ॥गहन-दहन-निरदहन लंक निःसंक, बंक-भुव ।जातुधान-बलवान-मान-मद-दवन पवनसुव ॥कह तुलसिदास सेवत सुलभ सेवक हित सन्तत निकट ।गुन-गनत, नमत, सुमिरत, जपत समन सकल-संकट-विकट ॥ १ ॥ भावार्थ:- जिनके शरीर का रंग उदयकाल के सूर्य के समान है, जो समुद्र लाँघकर श्रीजानकीजी के शोक … Read more

Sri Hanuman Bahuk In English

Hanuman Baahuk is an important and powerful prayer dedicated to Hanuman Ji and was written by Goswami Tulsidas. Hanuman Bahuka literally means the Arm of Hanuman’. Once, Tulsidas had unbearable pain in one of his arms and shoulders and out of vaat (wind) and was in agony due to eruptions on the skin. Several cures … Read more

Sri Hanuman Bahuk In Sanskrit

हनुमान बाहुक हनुमान बाहुक संत गोस्वामी तुलसीदास द्वारा विरचित स्त्रोत है। एक बार तुलसीदास जी की भुजा तथा कंधे में अत्यंत पीड़ा हुई और फोड़े-फुंसियों के कारण अतीव वेदना हुई। अनेकों उपाय और उपचार करने पर भी जब कोई लाभ नहीं हुआ, अपितु रोग बढ़ता ही गया तो अंत में असहनीय कष्टों से हताश होकर तुलसीदास जी ने … Read more

Hanuman Aarti In English

 ॥ Sri Hanuman Arati English Lyrics ॥ Aaratii Kiijai Hanumaana Lalaa KiDusta Dalana Raghunaatha Kalaa KiAarati Kiijai. Jaaake Bala Se Girivara KaanpeBhuuta Pisaacha Nikata Nahin Jhaanke De Biidaa Raghunaatha PathaaeLankaa Jaarii Siya Sudhi Laae Lankaa Sii Kota Samudra Sii KhaaiiJaata Pavana Suta Na Laaii Baaein Bhujaa Se Asura SanhaareDaahinii Bhujaa Sura Ubaare Lankaa Jaraai Asura … Read more

Hanuman Aarti In Sanskrit

 ॥ Sri Hanuman Arati Sanskrit Lyrics ॥ आरती किजे हनुमान लला की ।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जाके बल से गिरवर काँपे ।रोग दोष जाके निकट ना झाँके ॥ अंजनी पुत्र महा बलदाई ।संतन के प्रभु सदा सहाई ॥ दे वीरा रघुनाथ पठाये ।लंका जाये सिया सुधी लाये ॥ लंका सी कोट संमदर सी … Read more

Sri Anjaneya Sahasranama Stotram In Sanskrit

॥ Sri Anjaneya Sahasranama Stotram Sanskrit Lyrics ॥ ॥ श्री आञ्जनेय सहस्रनाम स्तोत्रम् ॥ओं अस्य श्रीहनुमत्सहस्रनामस्तोत्र मन्त्रस्य श्रीरामचन्द्रऋषिः । अनुष्टुप्छन्दः । श्रीहनुमान्महारुद्रो देवता । ह्रीं श्रीं ह्रौं ह्रां बीजं । श्रीं इति शक्तिः । किलिकिल बु बु कारेण इति कीलकम् । लङ्काविध्वंसनेति कवचम् । मम सर्वोपद्रवशान्त्यर्थे मम सर्वकार्यसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ॥ ध्यानम् –प्रतप्तस्वर्णवर्णाभं संरक्तारुणलोचनम् ।सुग्रीवादियुतं … Read more